कुशेश्वर स्थान
पक्षी अभ्यारण्य ,
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कुशेश्वर अस्थान विश्व के सर्वश्रेष्ठ पक्षीविहार हैं। यह सड़क मार्ग से ज़िला मुख्यालय दरभंगा से ७० की. मी . की दूरी पर स्थित मुख्य पर्यटक स्थल है ।दरभंगा जिला अंतर्गत कुशेश्वरस्थान पूर्बी प्रखण्ड में यह झील है जिसे स्थानीय भाषा में चौर कहा जाता है| यहाँ कड़ाके की ठण्ड में बरी संख्या में दुर्लभ प्रजाति की पक्षीयां तीन माह तक प्रवास करती है | ठंड की दस्तक के साथ ही कुशेश्वरस्थान के चौर में विदेशी पक्षियों का आना होता है यहां का लरैल चौर, मदरिया चौर और महरैला चौर विदेशी पक्षियों से पूरी तरह पटा हुआ रहता । सुबह-शाम इन पक्षियों का चहचहाहट से पूरा इलाका मनभावन लगता था । कुशेश्वरस्थान पक्षी अभ्यारण अपने अस्तित्व के लिए संघर्षरत है। विदेशी पक्षी के आगमन में काफ़ी कमी आयी है . यह करीब 14 हजार हेक्टेयर में फैला हुआ है | 1994 में कुशेश्वरस्थान पक्षी विहार की घोषणा की गई और कुशेश्वरस्थान पक्षी अभ्यारण के लिए 29.21 वर्ग किलोमीटर तक भूमि लेने की भी घोषणा की गई। जिसमें मुख्य रुप से 36 राजस्व ग्राम के 3293.40 हेक्टेयर भूमि पर पक्षी विहार अवस्थित है। 26 वर्ष बीत जाने के बाद भी धरातल पर पक्षी विहार का कुछ भी नही है, सिर्फ कागजों में ही कुशेश्वरस्थान पक्षी विहार है।
कुशेश्वर स्थान में बाबा कुशेश्वर् नाथ का शिव मंदिर है यह मंदिर मिथिला में कुशेश्वरधाम के नाम के रूप में प्रचलित है | इस मंदिर में उत्तर बिहार , नेपाल तथा झारखण्ड तक के भक्त पूजा करने के लिए पधारते हैं |
https://mynaturalphotographic.blogspot.com अपार हर्ष के साथ आप सभी धर्म प्रेमियों को सुचित करता है, कि हिन्दू धार्मिक न्यास परिषद पटना एवम् प्रशासनिक निर्देशानुसार 20 November 2020 से बाबा कुशेश्वर नाथ मन्दिर पूजा के लिए खोल दी गई है ! हर हर महादेव
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जय बाबा कुशेश्वर नाथ 🙏🙏🙏🙏🙏
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